यदि आप अर्थशास्त्र के जनक कौन है (Father of Economics in Hindi) यानी अर्थशास्त्र के पिता किसे कहा जाता है के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े.
हम सभी जानते हैं कि अर्थशास्त्र विषय के बारे में अध्ययन करने से पहले अर्थशास्त्र के जनक कौन है और क्यों, उनके योगदान, आदि के बारे अवश्य पता होना चाहिए.
हमारे स्कूल या कॉलेज में अर्थशास्त्र को पढ़ाया जाता है और इसके जनक यानी अर्थशास्त्र के पिता कौन है और उनसे संबंधित अन्य जरूरी बातों को भी पूछा जाता है.
कई लोगों को अर्थशास्त्र के जनक के बारे में पहले से मालूम होता है लेकिन उनकी संख्या बहुत कम होती हैं इसलिए यहाँ इसके बारे में संपूर्ण जानकारी दी है.
आइए अब अर्थशास्त्र के जनक कौन है (arthshastra ke janak kaun hai) और उनसे संबंधित बातों के बारे में जानते हैं.
अर्थशास्त्र के जनक कौन है? (Father of Economics in Hindi)
एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र के जनक कहते है. वे स्कॉटलैंड के प्रसिद्ध दार्शनिक, नीतिवेत्ता और अर्थशास्त्री थे.
अर्थशास्त्र का जनक | एडम स्मिथ (अंग्रेजी : Adam Smith) |
जन्म | 16 जून ,1723,कर्ककैल्डी, स्कॉटलैंड |
मृत्यु | 17 जुलाई 1790, एडिनबर्घ, स्कॉटलैंड |
राष्ट्रीयता | स्कॉटिश |
शिक्षा | ग्लासगो विश्वविद्यालय,बैलिओल कॉलेज, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय |
माता-पिता | मार्गरेट डगलस, एडम स्मिथ |
बच्चे | डेविड ऐनी, सीसिलिया मार्गरेट |
किताब | राष्ट्रों की संपदा |
उल्लेखनीय कार्य | नैतिक भावनाओं का सिद्धांत, राष्ट्र की संपत्ति |
उल्लेखनीय अंतर्दृष्टि | मुक्त बाजार शास्त्रीय अर्थशास्त्र आर्थिक उदारवाद श्रम विभाजन अदृश्य हाथ |
प्रसिद्धि | अर्थशास्त्र के जनक या पूंजीवाद के पिता |
एडम स्मिथ (अर्थशास्त्र के जनक)
एडम स्मिथ कौन थे?
एडम स्मिथ एक प्रसिद्ध स्कॉटिश दार्शनिक, नीतिवेत्ता और राजनैतिक अर्थशास्त्री थे. उन्हें ‘अर्थशास्त्र के जनक’ यानी ‘अर्थशास्त्र के पितामह’ कहा जाता है.
एडम स्मिथ के आर्थिक सिद्धांत
एडम स्मिथ के द्वारा मुक्त बाजार (Free Market) आर्थिक सिद्धांत की नींव सबसे पहले रखी गई थी. इसके अलावा उनके दो प्रसिद्ध कार्य भी है :
- 1759 में, नैतिक भावनाओं के सिद्धांत
- 1776 में, राष्ट्रों की संपत्ति के स्वरूप और कारणों की जांच
एडम स्मिथ के पुस्तक का नाम
एडम स्मिथ के पुस्तक का नाम ‘राष्ट्रों की संपदा'(The Wealth of Nations) है. इस पुस्तक ने अठारहवीं शताब्दी के इतिहासकारों एवं अर्थशास्त्रियों को बेहद प्रभावित किया था.
उनकी पहली पुस्तक का नाम ‘द थ्योरी ऑफ मोरल सेंटीमेंट’ है, जो 1759 में प्रकाशित हुई थी.
एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र का जनक क्यों कहा जाता है?
एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र के जनक इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने अर्थशास्त्र के निर्माण एवं लाभदायक रुझान पर विस्तार से अपने विचार दिए.
यही कारण है कि आधुनिक अर्थशास्त्र के निर्माताओं में एडम स्मिथ का नाम सबसे पहले आता है एवं उन्हें ‘अर्थशास्त्र के पितामह’ भी कहा जाता है.
भारत में अर्थशास्त्र के जनक कौन हैं?
भारत में अर्थशास्त्र के जनक चाणक्य अर्थात् कौटिल्य को कहा जाता है, जिन्होंने ‘अर्थशास्त्र’ (Arthashastra) नामक संस्कृत ग्रन्थ की रचना की थी.
आधुनिक अर्थशास्त्र से संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न
अर्थशास्त्र के 2 भाग कौन कौन से हैं?
व्यष्टि अर्थशास्त्र
समष्टि अर्थशास्त्र
आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक कौन है?
एडम स्मिथ को आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक कहा जाता है, जिन्होंने अर्थशास्त्र पर ‘राष्ट्रों की संपदा'(The Wealth of Nations) किताब लिखीं थी.
भारत में आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक कौन है?
भारत में आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक चाणक्य या कौटिल्य को कहा जाता है.
एडम स्मिथ द्वारा लिखित अर्थशास्त्र की पुस्तक क्या नाम है?
राष्ट्रों की संपदा (The Wealth of Nations) पुस्तक, एडम स्मिथ द्वारा लिखित अर्थशास्त्र पर एक प्रमुख किताब है.
निष्कर्ष
तो, दोस्तों इस लेख में आपने जाना अर्थशास्त्र के जनक कौन है (Father of Economics) या आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक / पिता किसे कहा जाता है?
किसी भी विषय के बारे में जानने से पहले उससे संबंधित जरूरी बातों को जानने और समझने से विषय को पढ़ने में रुचि उत्पन्न होती है.
इसलिए इस लेख में आपकों अर्थशास्त्र के जनक किसे कहा जाता है, के बारे में हमने बताया है. हम उम्मीद करते हैं इस लेख से आपकों अर्थशास्त्र के पिता या जनक के बारे में समझने में मदद मिली होगीं.
यही आपकों आधुनिक अर्थशास्त्र के जनक किसे कहा जाता है (arthshastra ke janak) के बारे में यह लेख पसंद आया तो कृपया इसे अपने दोस्तों और अन्य लोगों के साथ शेयर जरूर करें.
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1. भूगोल का जनक 2. इतिहास का जनक
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5. गणित का जनक 6. संस्कृत का जनक
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