क्या आप जानते हैं भारत की सबसे चौड़ी नदी कौन सी है? bharat ki sabse chaudi nadi kaun si hai, यदि आप हमारे देश भारत की सबसे चौड़ी नदी के बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़िए.
Brahmaputra River ब्रम्हपुत्र नदी भारत की सबसे चौड़ी नदी है , जिसकी चौड़ाई कहीं-कहीं पर 10 किलोमीटर तक हो जाती है और लंबाई 2900 KM हैं.
जैसे कि हमने बताया कि इस लेख में आपकों भारत की सबसे चौड़ी नदी कौन सी है bharat ki sabse chaudi nadi के बारे में जानकारी होने वाला है इसलिए इसे पूरा जरूर पढ़े.
भारत की सबसे चौड़ी नदी कौन सी है? (bharat ki sabse chaudi nadi)
ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra) भारत की सबसे चौड़ी नदी हैं, जो भारत, तिब्बत तथा बांग्लादेश से होकर बहती है. इसकी चौड़ाई कहीं-कहीं पर 10 किलोमीटर तक है और लंबाई 2900 किमी हैं.
ब्रह्मपुत्र नदी चौड़ी नदी होने के साथ – साथ बहुत लंबी नदी भी है, जिसका उद्गम हिमालय के उत्तर में तिब्बत के पुरंग जिले में स्थित मानसरोवर झील के निकट होता है. यहां इसे यरलुंग त्संगपो के नाम से जाना जाता है.
भारत में यह अरुणांचल प्रदेश राज्य से होकर आसाम घाटी में बहते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करती है. जहां इसे जमुना कहा जाता है. वहीं जब इसकी गंगा नदी से संगम होता है तो उसके बाद इनकी संयुक्त धारा को मेघना कहा जाता है, जो कि सुंदरबन डेल्टा का निर्माण करते हुए बंगाल की खाड़ी (Bay of Bangal) में जाकर मिल जाती है.
ब्रह्मपुत्र का नाम अलग – अलग जगहों पर अलग हैं जैसे कि तिब्बत में सांपो, अरुणाचल में डिहं तथा असम में ब्रह्मपुत्र है. सुवनश्री, तोर्सा, लोहित, तिस्ता, बराक आदि ब्रह्मपुत्र की उपनदियां हैं. ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित शहरों में डिब्रूगढ़, तेजपुर एंव गुवाहाटी हैं.
भारत की सबसे चौड़ी नदी |
ब्रह्मपुत्र नदी |
लंबाई | 2,900 कि.मी. |
ऊँचाई | 5,210 मी॰ |
चौड़ाई | 10 किलोमीटर तक |
गहराई | औसत गहराई 38 मीटर (124 फीट) तथा अधिकतम गहराई 120 मीटर (380 फीट) |
प्रवाह औसत | 19,800 मी.³/से. |
प्रवाह अधिकतम | 1,00,000 मी.³/से. |
देश | भारत , तिब्बत, बांग्लादेश |
भारतीय राज्य | अरुणाचल प्रदेश ,असम |
नगर | गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, तेजपुर |
उपनदियाँ बाएँ की योर | दिबांग नदी, लोहित नदी, धनसिरी नदी, कोलंग नदी |
उपनदियाँ दाएँ की योर | कामेंग नदी, मानस नदी, बेकी नदी, रैडक नदी, जलंधा नदी, तीस्ता नदी, सुबनसिरी नदी |
ब्रह्मपुत्र नदी का जन्म कैसे हुआ?
ब्रह्मपुत्र नदी का जन्म अलग-अलग मान्यता और कथानक भिन्न बतलाया गया है. अभी तक मिले साक्ष्यों के आधार पर, इस नदी का उत्पत्ति का मूल स्थान तिब्बत ही माना गया है. साथ ही ऐसा माना जाता है कि सृष्टि की रचना ब्रह्म ने की. इस नाते मानव ब्रह्म के पुत्र हुए इसलिए इसका नाम “ब्रह्मपुत्र” रखा गया.
कथानक के अनुसार, ऐसा माना गया है कि अमोघा ने जिस संतान को जन्म दिया, उसे ब्रह्मपुत्र (Brahmaputra) कहा गया. कुछ दूसरे कथानक के अनुसार ऋषि शान्तनु आश्रम के निकट कुण्ड का नाम ब्रह्मकुण्ड था जो इससे संबंध होने के कारण इसका नाम ब्रह्मपुत्र हुआ.
ब्रह्मपुत्र नदी भारत के किन किन राज्यों से होकर बहती है?
ब्रह्मपुत्र नदी भारत के दो राज्यों अरुणाचल प्रदेश और असम से होकर बंगाल की खाड़ी में जाकर गिरती है.
यह नदी एशिया में तीन देशों: चीन (तिब्बत), भारत और बांग्लादेश की सीमाओं के भीतर बहती है. ब्रह्मपुत्र नदी का नाम स्थान और स्थानीय भाषा के आधार पर सभी देशों और भारत के राज्यों में भिन्न होता होता है.
ब्रह्मपुत्र नदी का मानचित्र
ब्रह्मपुत्र नदी का अन्य नाम
ब्रह्मपुत्र नदी का दूसरे नाम निम्नलिखित हैं :
- तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी को यरलुंग त्संगपो (Yarlung Tsangpo)या साम्पो के नाम से जानी जाती है.
- बांग्ला भाषा में ब्रह्मपुत्र नदी को जमुना के नाम से जाना जाता है.
- चीन में ब्रह्मपुत्र नदी को या-लू-त्सांग-पू चियांग या यरलुंग ज़ैगंबो जियांग कहते है.
- भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य में इसे ब्रम्हपुत्र देहांग के नाम से जाना जाता है.
- भारत के असम राज्य में ब्रह्मपुत्र नदी को ब्रह्मपुत्र ही कहा जाता है.
- गंगा और ब्रम्हपुत्र की संयुक्त धारा को मेघना बोला जाता है और इसकी सहायक नदी बराक है.
ब्रह्मपुत्र नदी के बारे में रोचक तथ्य
- ब्रह्मपुत्र भारत ही नहीं बल्कि एशिया की सबसे लंबी नदी है.
- यह प्राचीन भारत के इतिहास से जुड़ी नदी है इसलिए इसके तटों पर कई सभ्यताओं और संस्कृतियों का मिलन हुआ है जैसे कि आर्य-अनार्य, मंगोल-तिब्बती, बर्मी-द्रविड़, मुगल-आहोम आदि.
- ब्रह्मपुत्र के कई नाम है जैसे कि बांग्ला भाषा में जमुना, तिब्बत में साम्पो, अरुणाचल प्रदेश में ब्रम्हपुत्र देहांग, आदि.
- भारत के असम राज्य के अधिकांश बड़े शहर इसी के किनारे विकसित हुए.
- प्राचीन मानव इस नदी के आसपास रहता था इसलिए यह नदी सिंधु सभ्यता की नदी से कम नहीं है.
ब्रह्मपुत्र नदी का मार्ग कब खोजा गया था?
ब्रह्मपुत्र का ऊपरी मार्ग 18वीं शताब्दी में खोजा गया . भारत में ब्रह्मपुत्र के ऊपरी मार्ग सर्वेक्षक किंथूप और जे.एफ़. नीढ़ैम के द्वारा 1886 में स्थापित किया गया था . उसके बाद कई ब्रिटिश अभियानों ने इस नदी का मार्ग और पहाड़ी दर्रों की खोज की.
ब्रह्मपुत्र नदी की गहराई कितनी है?
ब्रह्मपुत्र नदी की औसत गहराई 38 मीटर तथा अधिकतम गहराई 120 मीटर है.
ब्रह्मपुत्र नदी कौन सी ग्लेशियर से निकलती है?
ब्रह्मपुत्र नदी आंग्सी ग्लेशियर से निकलती है.
भारत में प्रवेश से पूर्व ब्रह्मपुत्र नदी क्या कहलाती है?
भारत में ब्रह्मपुत्र नदी का प्रवेश पहले अरुणाचल प्रदेश में होता है. इससे पहले यह तिब्बत स्थित मानसरोवर झील से निकलती हैं जहां इसे सांग्पो नाम से जाना जाता है.
ब्रह्मपुत्र नदी लाल क्यों हो जाता है?
ब्रह्मपुत्र नदी का पानी लाल हर साल मेले के दौरान हो जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि माना जाता है कि माता के रजस्वला होने का कारण पानी का रंग लाल हो जाता है.
निष्कर्ष,
इस लेख में आपकों भारत की सबसे चौड़ी नदी कौन सी है (bharat ki sabse chaudi nadi kaun si hai) के बारे में जानकारी दी है.
ब्रह्मपुत्र नदी को भारत की सबसे चौड़ी नदी मानी जाती है, जो भारत के अलावा चीन (तिब्बत), और बांग्लादेश की सीमाओं के भीतर बहती है.
हम उम्मीद करते हैं भारत की सबसे चौड़ी नदी “ब्रह्मपुत्र” के बारे में जान कर कुछ नया जानने और सीखने को मिला होगा. यदि इस लेख से संबंधित कोई सवाल या सुझाव आपके मन में है तो आप हमें नीचे कमेंट कर सकते हैं.
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