क्या आप जानते हैं मोबाइल का आविष्कार किसने किया और कब? यदि आप मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं लेकिन इसके खोज के बारे में नहीं जानते तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े.
आज के समय में मोबाइल फोन के बिना इंसान जिवित नहीं रह सकता है. मोबाइल फोन के माध्यम से न केवल हम कॉल कर सकते हैं बल्कि कई उपयोगी कार्य कर सकते हैं.
लेकिन क्या आपकों पता है मोबाइल फोन का अविष्कार होने के पीछे की क्या कहानी है और इसे किसने अविष्कार किया, कब और कैसे?
शायद नहीं, तो कोई चिंता की बात नहीं है. इस लेख में आपकों मोबाइल का अविष्कार (Discovery of Mobile Phone) और उससे संबंधित बातों के बारे जान सकते हैं.
मोबाइल का अविष्कार किसने किया? (Mobile Phone Ka Avishkar)
मोबाइल का अविष्कार अमेरिकी इंजीनियर मार्टिन कूपर ने किया था. उन्होंने मोटरोला कंपनी की अपनी टीम के साथ सन 1973 में पहला मोबाइल फ़ोन बनाया था जिसका वज़न लगभग दो किलोग्राम था.
मार्टिन कूपर और उनके इंजिनियरों के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये थी उन्हें विभिन्न छोटे छोटे उपकरणों को जोड़कर मोबाइल फ़ोन बनाना था. उस समय के मोबाइल फोन में बैटरी आज के समय से चार या पाँच गुना ज़्यादा वज़नदार एंव बड़ी थी.
ऐसे कई चुनौती को सामना करते हुए कूपर ने विश्व की पहली मोबाइल का अविष्कार किया, जिससे न्यूयॉर्क की एक सड़क पर खड़े होकर उन्होंने उसी फ़ोन से पहली कॉल की.
शायद उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि अगले 35 सालों बाद दुनिया की आधी से ज़्यादा आबादी के पास मोबाइल फोन होगा और जिसका प्राइस भी न के बराबर होगा.
उस समय मोबाइल फोन की कीमत काफ़ी महंगा था जिसे लोगों के द्वारा खरीदा भी नहीं जा सकता था. आज के मुद्रा के हिसाब से पहला मोबाइल बनाने में क़रीब 10 लाख डॉलर का ख़र्च आया था.
इसलिए पहले मोबाइल फोन का उपयोग केवल आपातकालीन या किसी खास ऑर्डर देने के लिए किया जाता है. यहां तक कि सन 1983 तक भी एक मोबाइल फ़ोन की क़ीमत चार हज़ार डॉलर थी, जो कि आज के मुद्रा के मुताबिक 10 हज़ार डॉलर होती है.
विश्व के पहली मोबाइल फोन का नाम Motorola DynaTAC रखा गया था जो वास्तव आज के मोबाइल फोन जैसा बिलकुल भी नहीं था. इसकी वज़न लगभग 2 किलोग्राम था और लंबाई 9 इंच थी.
साथ ही उस मोबाइल फोन को लिमिटेड क्षेत्र में ही कॉल किया जा सकता था क्योंकि वह सेलुलर नेटवर्क की तकनीक पर काम करता था.
मोबाइल फोन बड़ी होने से मोबिलिटी की समस्या थी. साथ ही उस मोबाइल फोन को फुल चार्ज करने के बाद उसे केवल 30 मिनट तक ही बात कर सकते थे, जबकि उसे पूरा चार्ज करने में करीब दस घंटे का समय लगता था.
ऐसे कई प्रॉब्लम्स थी जिसे ठीक करने में काफ़ी वक़्त लगा. आज आप देख सकते हैं पूरी दुनिया बदल चुकी है. हर रोज नई मोबाइल फोन नई फीचर और कम कीमत पर लॉन्च हो रही है.
एक से एक बेहतरीन फोन पहले के मुकाबले देखने को मिल रहा है और लोगों के लिए इसे ख़रीदना कितना आसान हो गया. आने वाले समय में मोबाइल फोन की दुनिया में बहुत कुछ और बदलने वाला है.
मोबाइल का अविष्कार किसने किया? | मार्टिन कूपर |
Who invented mobile phone? | Martin Cooper |
मोबाइल का अविष्कार कब हुई?
विश्व की पहली मोबाइल फोन का अविष्कार 3 अप्रैल 1973 को अमरीकी इंजीनियर मार्टिन कूपर के द्वारा किया गया था.
इसे मोटोरोला कंपनी के साथ मिलकर बनाया गया था जिसे सफल बनाने में काफ़ी खर्चा और समय लगा. सन 1970 में मार्टिन कूपर ने मोटोरोला कंपनी जॉइन किया और वायरलेस फोन बनाने के काम पर लग गए.
वे और उनकी टीम ने तीन साल के कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार विश्व की पहली मोबाइल फोन बना लिया, जिसे 3 अप्रैल 1973 में लॉन्च किया गया था.
मोबाइल के अविष्कारक मार्टिन कूपर (Martin Cooper in Hindi)
मार्टिन कूपर एक अमेरिकी इंजीनियर हैं जिन्होंने विश्व की पहली मोबाइल फोन सन 1973 में बनाया था इसलिए उन्हें मोबाइल फोन का अविष्कारक कहा जाता है.
उनका जन्म 26 दिसम्बर 1928 को केलिफॉर्निया, यू.एस. में हुआ था. उनके माता पिता यूक्रेन देश के रहने वाले थे जो बाद में यू.एस. चले गए थे.
कूपर ने अपनी शिक्षा अमरीका में रहते हुए ‘इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी’ से सन 1950 में बीएस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की. उसके बाद सन 1957 में उन्होंने एमएस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में किया.
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने शिकागो की टेलेटाइप कॉर्पोरेशन कंपनी में काम करने लगे. सन 1954 में उन्होंने यह कंपनी से इस्तीफा ले लिया और मोबाइल उपकरण समूह में एक वरिष्ठ विकास इंजीनियर के रूप में मोटोरोला कंपनी में शामिल हो गए.
सन 1967 में, मार्टिन कूपर ने शिकागो पुलिस विभाग के लिए पहले सेलुलर जैसे पोर्टेबल हैंडहेल्ड पुलिस रेडियो सिस्टम सहित उत्पादों का विकास किया.
सन 1973 में, मार्टिन कूपर ने पहले पोर्टेबल सेलुलर फोन की कल्पना की और मोटोरोला कंपनी के अपनी टीम के साथ उन्होंने विश्व की पहली मोबाइल फोन का अविष्कार किया.
मोबाइल के अविष्कारक | मार्टिन कूपर |
जन्म | 26 दिसम्बर 1928 , शिकागो, यू.एस. |
आवास | डेल मार, केलिफॉर्निया |
राष्ट्रीयता | अमेरिकन |
जीवनसाथी | अर्लिन हैरिस |
शिक्षा | बी.एस.ई.ई , इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (1950) एम.एस.ई.ई , इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (1957) |
पुरस्कार | मार्कोनी पुरस्कार |
प्रसिद्धि | मोबाइल का आविष्कार करने के लिए |
दुनिया के पहले मोबाइल फोन का नाम क्या था?
दुनिया के पहले मोबाइल फोन का नाम Motorola DynaTAC 8000X था, जिसे 0G (Zero Generation) मोबाइल फोन कहा जाता था. इसे मार्टिन कूपर के द्वारा 1973 में मोटोरोला कंपनी के साथ मिलकर बनाया गया था.
पहले मोबाइल फोन की क्या विशेषता थी?
विश्व की पहले मोबाइल आज के मोबाइल फोन से काफ़ी अलग था. मार्टिन कूपर के द्वारा बनाए गए पहले मोबाइल फोन का वजन लगभग 2 किलोग्राम था और उसकी लंबाई 9 इंच थी. उसे फुल चार्ज होने में 10 घंटे का समय लगता था और करीब 30 मिनिट तक बात होता था. उस मोबाइल का प्राइस भी बहुत अधिक था और खामियां भी था, जिसे ठीक करने में काफ़ी समय लग गया. आज मोबाइल फोन पहले के मुकाबले सस्ते और कई फीचर के साथ उपलब्ध हैं.
निष्कर्ष,
तो दोस्तों, यह थी मोबाइल का अविष्कार किसने किया और कब? से संबंधित लेख, जो मुझे आशा है आपकों पढ़ कर अच्छा लगा होगा.
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