न्यूट्रॉन की खोज किसने की, कब और कैसे हुई?

न्यूट्रॉन (Neutron) एक ऐसा उपपरमाणविक कण है जिसपर कोई वैद्युत आवेश नहीं होता है, जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाया जाता है. यदि आप न्यूट्रॉन की खोज किसने की, कब और कैसे हुई? के बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़िए.

न्यूट्रॉन की खोज सर्वप्रथम ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक जेम्स चैडविक ने सन् 1932 में की थी. उनके इस उपलब्धि पर सन् 1935 में भौतिकी में नॉवेल प्राइस से सम्मानित किया गया.

यदि आप न्यूट्रॉन की खोज किसने की, कब और कैसे हुई थी? से संबंधित और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़िए.

यहां आपकों न्यूट्रॉन क्या होते हैं, न्यूट्रॉन के खोजकर्ता कौन है (neutron discovery in Hindi) , इसकी खोज किसके द्वारा कब और कैसे की गई थी? आदि से संबंधित संपूर्ण बातों को बतलाया गया है.

न्यूट्रॉन क्या है इन हिन्दी (Definition of Neutron in Hindi)

न्यूट्रॉन (Neutron) एक आवेश रहित उपपरमाणविक कण है जो परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के साथ पाया जाता है. इसका द्रव्यमान 1.6749×10-27 Kg होता है जो कि इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1,839 गुना ज्यादा है.

न्यूट्रॉन को n से चिह्नित किया जाता है जिसपर पर आवेश शून्य (0) होता है. इसे एक मूलभूत कण नही कहा जाता क्योंकि यह छोटे अस्थाई सूक्ष्म कणों से मिलकर बना रहता है जिन्हे क्वॉर्क कहते हैं. यह तीन क्वॉर्क से मिलकर बना होता है जिनमें से दो डाउन क्वॉर्क होते हैं तथा एक अप क्वॉर्क होता हैं.

इस कण का योगदान परमाणु बम का निर्माण करने में काफ़ी है क्योंकि यह एक उदासीन कण होते हैं इसलिए इनके द्वारा नाभिक का विखंडन संभव करना मुमकिन हो पाता है.

यह एक उपपरमाण्विक particle होते हैं जो की सभी प्रकार के पदार्थों के एटम के नाभिक में पाए जाते है. आपकों बात दे, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन मिलकर परमाणु के नाभिक (nucleus) का निर्माण करते हैं.

न्यूट्रॉन की खोज किसने की (Neutron Ki Khoj Kisne Ki)

न्यूट्रॉन की खोज किसने की

जेम्स चैडविक (James Chadwick) ने सर्वप्रथम न्यूट्रॉन (Neutron) की खोज सन् 1932 में की थी. वे एक ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक थे और उनके इस उपलब्धि पर सन् 1935 में भौतिकी में नॉवेल प्राइस से सम्मानित किया गया था.

न्यूट्रॉन के खोजकर्ता जेम्स चैडविक के बारे में :

न्यूट्रॉन के खोजकर्ताजेम्स चैडविक (James Chadwick)
जन्म20 अक्टूबर 1891, इंगलैंड

मृत्यु

24 जुलाई 1974 (उम्र 82), इंगलैंड
क्षेत्रभौतिक विज्ञान
नागरिकतायूनाइटेड किंगडम (UK)
शिक्षामैनचेस्टर विश्वविद्यालय
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
संस्थानबर्लिन के तकनीकी विश्वविद्यालय
लिवरपूल विश्वविद्यालय
गोनविल और कैयस कॉलेज
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
मैनहट्टन परियोजना
डॉक्टरी शिष्यमौरिस गोल्डहैबर
अर्नेस्ट सी. पोलार्ड
चार्ल्स ड्रमंड एलिस
अकादमी सलाहकारअर्नेस्ट रदरफोर्ड
हंस गीगेर
प्रसिद्धिन्यूट्रॉन की खोज
उल्लेखनीय सम्मानभौतिकी में नोबेल पुरस्कार (1935)
फ्रेंकलिन मेडल (1951)

न्यूट्रॉन की खोज कब हुई?

न्यूट्रॉन की खोज सन् 1932 में ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक जेम्स चैडविक के द्वारा किया गया था.

न्यूट्रॉन की खोज कैसे हुई?

शुरुआती दौर में वैज्ञानिकों को सिर्फ इतना पता था कि परमाणु के नाभिक में केवल प्रोटॉन उपस्थित होता है और इलेक्ट्रॉन इसके चारों तरफ़ चक्कर लगाता है.

जैसे कि आप जानते हैं इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान नगण्य होता है इसलिए न्यूट्रॉन के खोज (1932) से पहले वैज्ञानिक मानते थे कि किसी भी परमाणु का भार उसमें उपस्थित प्रोटॉन के भार के बराबर होना चाहिए.

लेकिन जब हाइड्रोजन (H) और हीलियम (He) का द्रव्यमान की गणना किया गया तब कायदे के मुताबिक हीलियम परमाणु का द्रव्यमान हाइड्रोजन के द्रव्यमान का 2 गुना होना चाहिए. जबकि उन्होंने देखा कि हीलियम परमाणु का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान की तुलना में 4 गुना अधिक था.

उसके बाद अन्य तत्वों के परमाणु द्रव्यमानों की तुलना एक दूसरे से किया गया तो पता चला कि उनका द्रव्यमान उनमें उपस्थित प्रोटॉनों के द्रव्यमान से अधिक है.

इससे वैज्ञानिकों को समझ आया कि परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के अलावा कोई अन्य कण भी है इसलिए द्रव्यमान की गणना दुगुना होने की बजाए अधिक हो रहा है.

इस परेशानी का हल सबसे पहले ब्रिटिश भौतिक वैज्ञानिक जेम्स चैडविक ने 1932 में न्यूट्रॉन की खोज कर के दुनिया को बतलाया कि परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन के अलावा न्यूट्रॉन कण पाया जाता है.

न्यूट्रॉन की खोज से संबंधित प्रयोग

न्यूट्रॉन की खोज के प्रयोग
  • जेम्स चैडविक ने पोलोनियम स्रोत की मदद से बेरिलियम शीट पर अल्फा विकिरण को fired किया, जिससे एक अपरिवर्तित, मर्मज्ञ विकिरण (penetrating radiation) का उत्पादन हुआ.
  • उसके बाद इस radiation को पैराफिन मोम पर आपतित किया गया था, एक हाइड्रोकार्बन जिसमें अपेक्षाकृत उच्च हाइड्रोजन सामग्री होती है.
  • पैराफिन मोम से निकाले गए प्रोटॉन को आयनीकरण कक्ष की सहायता से देखा गया .
  • उसके बाद प्रोटॉन की सीमा को मापा गया और चाडविक द्वारा अपरिवर्तित विकिरण और कई गैसों के परमाणुओं के बीच इंटरएक्शन का अध्ययन किया गया.
  • उन्होंने इस अध्ययन से निष्कर्ष निकाला कि असामान्य रूप से मर्मज्ञ विकिरण (penetrating radiation) में एक प्रोटॉन के समान द्रव्यमान कोई अनावेशित कण (uncharged particle) शामिल थे. जिसे बाद में  इन कणों को ‘न्यूट्रॉन’ कहा गया.

न्यूट्रॉन की खोज का इतिहास

न्यूट्रॉन (Neutron) 20 वीं शताब्दी के पूर्वार्द्ध में हुई परमाणु भौतिकी में असाधारण विकास के लिए केंद्रीय है, जो 1945 में बने परमाणु बम की ओर ले जाती है.

1911 में, रदरफोर्ड मॉडल से मालूम हुआ कि , परमाणु के नाभिक में एक छोटा धनात्मक आवेशित होता है जिसे आज प्रोटॉन कहा जाता है, जो ऋणात्मक आवेशित इलेक्ट्रॉनों के बहुत बड़े बादल से घिरा होता है.

1920 में, रदरफोर्ड के द्वारा बतलाया गया कि नाभिक (nucleus) में धनात्मक (+) प्रोटॉन और न्यूट्रल कण एक साथ रहते  हैं.

1920 में ही, अमेरिकी रसायनज्ञ डब्ल्यू.डी. हरकिंस ने एक प्रोटॉन-इलेक्ट्रॉन कॉम्प्लेक्स के रूप में न्यूट्रॉन के अस्तित्व की सही भविष्यवाणी की थी. वे परमाणु नाभिक के संबंध में “न्यूट्रॉन” शब्द का उपयोग करने वाले पहले व्यक्ति थे.

ऐसे कई नई जानकारी एक के बाद एक सामने आने लगी, उसके बाद चैडविक ने जल्दी से प्रयोगों की एक श्रृंखला तैयार की , जिसमें उनको पता चला कि नए विकिरण में प्रोटॉन के समान द्रव्यमान वाले अनावेशित कण शामिल थे, जिन्हें “न्यूट्रॉन” कहते हैं.

न्यूट्रॉन (Neutron) के रोचक तथ्य

  1. न्यूट्रॉन जब परमाणु के नाभिक से free होते हैं तब वे Radioactive की तरह काम करते हैं.
  2. इसके पास कोई आवेश नहीं होता इसलिए यह neutral रहता है.
  3. आप पूरी तरह से न्यूट्रॉन से एक नाभिक नहीं बना सकते हैं, आपके पास कम से कम एक प्रोटॉन भी होना चाहिए.

न्यूट्रॉन धनात्मक है या ऋणात्मक?

न्यूट्रॉन के पास कोई आवेश (charge) नहीं होता है इसलिए यह धनात्मक या ऋणात्मक दोनों में से कोई नहीं है.

न्यूट्रॉन का नाभिक में होने का उद्देश्य क्या है?

न्यूट्रॉन का मुख्य उद्देश्य एंव कार्य एक दूसरे को आकर्षित करना और परमाणु के नाभिक को अक्षुण्ण रखना होता है.

न्यूट्रॉन का द्रव्यमान कितना होता है?

न्यूट्रॉन का द्रव्यमान 1.67493 × 10−27 kg होता है, जो जो कि इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से 1,839 गुना ज्यादा है.

न्यूट्रॉन पर आवेश कितना होता है?

न्यूट्रॉन एक कोई वैद्युत आवेश नहीं होता है.

न्यूट्रॉन का सूत्र क्या होता है?

द्रव्यमान संख्या (z) = प्रोटॉन की संख्या(p) + न्यूट्रॉन की संख्या(n)

निष्कर्ष,

न्यूट्रॉन (Neutron) की खोज जेम्स चैडविक (James Chadwick) द्वारा सन् 1932 में अपने प्रयोगों की एक श्रृंखला के दौरान खोजा गया था.

इस आर्टिकल में न्यूट्रॉन की खोज किसने की, न्यूट्रॉन क्या होते हैं, इसकी खोज कब और कैसे हुई, Neutron की खोज का इतिहास, न्यूट्रॉन के रोचक तथ्य आदि चीजों के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई है.

हम उम्मीद करते हैं कि हमारी यह आर्टिकल Neutron ki khoj kisne ki पढ़ कर आपकों अच्छा लगा होगा. पोस्ट पसंद आने पर कृपया इसे दोस्तों और अन्य पढ़ने वाले छात्रों के साथ social media networks पर शेयर जरूर करें.

साथ ही न्यूट्रॉन की खोज किसने की ( discovery of neutron in Hindi) से संबंधित कोई सवाल आपके मन में है तो आप हमें नीचे कमेंट कर पूछ सकते हैं. हमारी टीम पूरी कोशिश करेगी आपके पूछे गए न्यूट्रॉन कण से संबंधित सभी सवालों का जवाब जल्द से जल्द reply कर देते.

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6 Comments

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    • न्यूट्रॉन दो डाउन क्वार्क से बना एक मिश्रित कण है जिसमें चार्ज -⅓e और एक अप क्वार्क चार्ज +⅔e के साथ होता है.

    • हाइड्रोजन में केवल एक इलेक्ट्रॉन होता है, लेकिन इसमें कई ऊर्जा स्तर होते हैं. जब इसका इलेक्ट्रॉन उच्च ऊर्जा स्तर (Higher Energy Level) से निचले स्तर पर कूदता है, तो यह एक फोटॉन (Photon) छोड़ता है. वे फोटॉन विभिन्न स्तरों के कारण विभिन्न तरंग दैर्ध्य के प्रकाश के विभिन्न रंगों का कारण बनते हैं और वहीं फोटॉन लाइनों (lines)के रूप में दिखाई देते हैं.

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