क्या आप विज्ञान में रुचि रखते हैं और जानना चाहते हैं विज्ञान के जनक कौन है (Vigyan Ke Janak) यानी विज्ञान के पिता किसे कहा जाता है?
हमारे स्कूल एवं कॉलेज में विज्ञान एक विषय होता है लेकिन यह वह व्यवस्थित ज्ञान है जो किसी को विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग करने के बाद मिलती है.
एक ऐसी विद्या है जिसमें किसी भी वस्तु के बारे में जानकारी प्राप्त करना और मिली जानकारी को सही तरह से लागू करना एवं वस्तु का अवलोकन एंव उसका विश्लेषण करना ही विज्ञान कहलाता है.
विज्ञान की जानकारी रखने वाले लोगों को अक्सर विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है (Father of Science) के बारे में जानकारी नहीं होती है.
यदि आप शिक्षा या किसी भी तरह से विज्ञान से जुड़े हुए हैं तो आपकों विज्ञान के जनक (पिता) कौन है? के बारे में जानकारी होना चाहिए.
विज्ञान के जनक कौन है? (Father of Science in Hindi)
गैलीलियो गैलिली को आधुनिक विज्ञान के जनक कहा जाता है, जिन्हें वैज्ञानिक क्रांति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है.
वह एक शिक्षक, दार्शनिक, खगोलशास्त्री और भौतिक विज्ञानी थे. विज्ञान के विकास में उनका अतुलनीय सहयोग था इसलिए आज भी उन्हें उनके योगदान के लिए जाना जाता है.
गैलीलियो के प्रयोगात्मक वैज्ञानिक पद्धतियों के कारण, उन्हें आधुनिक खगोल विज्ञान का पिता, आधुनिक भौतिकी का पिता और विज्ञान का पिता कहा जाता है.
उनके द्वारा की गई वैज्ञानिक प्रयोग विज्ञान के क्षेत्र में विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसलिए उन्हें विज्ञान के जनक कहा जाता है.
गैलीलियो गैलिली कौन थे और उनका योगदान
गैलीलियो गैलिली इटली के वैज्ञानिक थे जिन्हें विज्ञान के जनक (पिता) कहा जाता है. वह एक शिक्षक, दार्शनिक और खगोलशास्त्री भी थे.
उनका जन्म 15 फ़रवरी 1564 को इटली के पीसा नामक शहर में एक संगीतज्ञ परिवार में हुआ था. गैलीलियो ने पीसा विश्वविद्यालय में अध्ययन किया, जहां उन्होंने मेडिकल डिग्री प्राप्त किया.
उसके बाद वह डॉक्टर की पढ़ाई करने लगे लेकिन उन्होंने अपनी शिक्षा कभी समाप्त नहीं की. आगे चल कर उन्होंने विश्वविद्यालय में गणित पढ़ाया और कई चीज़ों पर वैज्ञानिक प्रयोग किए.
गैलीलियो को सत्रहवीं शताब्दी से एक नायक के रूप में माना जाता है. वह एक ऐसे वैज्ञानिक थे जो कई व्यवसाय से जुड़े हुए थे और सभी में उन उनका अतुल्य योगदान रहा है.
उस समय में उन्होंने गति और गुरुत्वाकर्षण जैसी भौतिक घटनाओं का अध्ययन करना शुरू किया और कई व्याख्यानों, पांडुलिपियों और ग्रंथों पर भी काम किया.
वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने चंद्रमा पर पहाड़ों, बृहस्पति के चंद्रमा, शनि के छल्ले और शुक्र के चरणों के बारे में अवलोकन किया और दुनिया को बताया था.
उन्होंने विज्ञान में जड़ता के सिद्धांत, गति की सापेक्षता, और प्रोजेक्टाइल के परवलयिक प्रक्षेपवक्र को भी निर्धारित किया.
8 जनवरी 1642 को नजरबंद रहते हुए जेल में उनकी मृत्यु हो गई.
विज्ञान के जनक | गैलीलियो गैलिली |
जन्म | 15 फरवरी 1564, पीसा, इटली |
मृत्यु | 8 जनवरी 1642, अर्सेट्री, इटली |
प्रसिद्धि | आधुनिक विज्ञान के पिता , खगोल विज्ञान, सूर्य केन्द्रीयता, गतिकी, दूरबीन अवलोकन |
पहला विज्ञान कौन सा है?
ऐसा माना जाता है कि खगोल विज्ञान विश्व भर में हर जगह उभरने वाला पहला विज्ञान रहा है.
विज्ञान के पिता कौन है?
गैलीलियो गैलिली को आधुनिक विज्ञान के पिता कहा जाता है.
प्राचीन विज्ञान का जनक कौन है?
प्राचीन विज्ञान के जनक (पिता) थेल्स को माना जाता है. वैसे प्राचीन विज्ञान का मतलब होता है तब का विज्ञान जब इंसान जंगलों में रहता था और विज्ञान की कुछ चीजों का जाने या अनजाने अवलोकन, अध्ययन या प्रयोग करता था.
भारत में विज्ञान के जनक किसे कहा जाता है?
भारत में आधुनिक विज्ञान के जनक जगदीश चंद्र बोस को कहा जाता है.
निष्कर्ष,
इस लेख में आपकों विज्ञान के जनक कौन है (Vigyan Ke Janak Kaun Hai) और उनके बारे में जानकारी दिया गया है.
विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े होने से विज्ञान के जनक कौन है? को जानना आपके लिए फायदेमंद ही होगा. यदि इस लेख को पढ़ कर आपकों अच्छा लगा है तो कृपया इसे अन्य लोगों के साथ भी शेयर करे.
हम उम्मीद करते हैं आपकों अपने सवालों के जवाब का उत्तर देने में हमनें आपकी मदद अच्छी तरह से की होगीं. विज्ञान के जनक के बारे में जानकर आपकों क्या कुछ सीखने को मिला नीचे हमें कॉमेंट कर बता सकते हैं.
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